ग्रीन टेक भी रहेगा , मैं भी हर पल रहूँगा

फूलों जैसा खिलूँगा , नदिया जैसा बहूँगा – ग्रीन टेक भी रहेगा , मैं भी हर पल रहूँगा

———————————————————-

खुद से जो इरादा किया था, तुघ्से जो वादा किया था – उसको फिर ना भूलूंगा, आसमा को छुलूँगा
तेरा ही बस नाम रहेगा, तेरा ही बस ध्यान रहेगा – सब झूटों को छोड़कर, अब तेरा ही बस ज्ञान रहेगा
हरियाली की बात करूंगा, और ना कुछ भी कहूँगा – फूलों जैसा खिलूँगा , नदिया जैसा बहूँगा
ग्रीन टेक भी रहेगा , मैं भी हर पल रहूँगा

———————————————————–

सुख दुःख की अब बात ना होगी, जीत हार की चाह ना होगी – त्याग भोग का जाल कटेगा , नफरत की अब राह ना होगी
दुनिया के इस बाग़ में, भवरा बन कर उडूँगा – फूलों जैसा खिलूँगा , नदिया जैसा बहूँगा
ग्रीन टेक भी रहेगा , मैं भी हर पल रहूँगा
————————————————————

जात पात का भेद ना होगा , राजनीती का काज ना होगा – मुल्कों के इस जाल में, तत्वों का अब राज ना होगा
साम दाम के जंगल में, इंसान बन कर चलूँगा – फूलों जैसा खिलूँगा , नदिया जैसा बहूँगा
ग्रीन टेक भी रहेगा , मैं भी हर पल रहूँगा

Loading

Facebook Comments
mm
Puneet Verma is a passionate traveler, environment blogger, techie and nature lover. He owns a beautiful community of 400+ environment enthusiasts at missiongreendelhi.com. Join MGD's #Delhikabagh latest environment awareness campaign and tag @missiongreendelhi and #Delhikabagh on Facebook and Instagram with your environment friendly posts.

Reach out to Puneet @9910162399 for collaboration for making Delhi green and clean.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

nineteen − 18 =

What are you looking for ?

    ×
    Connect with Us

      ×
      Subscribe

        ×