बॉस से मुझको आज बचाए, वही बहाना सोच रहा हूँ

मस्त भरे इस मौसम में, जल्दी उठना  क्राइम हो गया
योगा करना भूल गया मैं,ऑफिस का अब टाइम हो गया
ट्राफिक के इस दल दल में, बालों को मैं नोच रहा हूँ
बॉस से मुझको आज बचाए, वही बहाना सोच रहा हूँ

चाहे ऑफिस जल्दी जाऊं, चाहे जाऊं मैं देर से
शार्ट रुट से दौड़ लगाऊँ, पहुंचु फिर भी मैं देर से
भाग रहा हूँ ऑफिस जैसे, मिल्खा सिंग का कोच रहा हूँ
ट्राफिक के इस दल दल में, बालों को मैं नोच रहा हूँ
बॉस से मुझको आज बचाए, वही बहाना सोच रहा हूँ

सोते सोते बिस्तर में, मॉर्निंग वाक का प्लान बनाया
रीट्वीट कराकर लोगों को, ग्रीन ब्लॉग का फैन बनाया
अपने को में बॉस मानकर, दुनिआ को मैं कोस रहा हूँ
ट्राफिक के इस दल दल में, बालों को मैं नोच रहा हूँ
बॉस से मुझको आज बचाए, वही बहाना सोच रहा हूँ

पानी गिर गया मुख पर मेरे, पानी फिर गया ग्रीन ड्रीम पर
सोने में फिर लेट हो गया, कविता लिखकर मिशन ग्रीन पर
ग्रीन टेक के प्याले में, देखो पी मैं स्कॉच रहा हूँ
ट्राफिक के इस दल दल में, बालों को मैं नोच रहा हूँ
बॉस से मुझको आज बचाए, वही बहाना सोच रहा हूँ

Loading

What are you looking for ?

    ×
    Connect with Us

      ×
      Subscribe

        ×