गम का वो पल बीत गया

याद में तेरी पल पल खोया, आज अचानक मैं हूँ रोया – गहरी आँखों से जो तूने, प्रेम का ऐसा बीज था बोया

तूने हंस कर मुझको देखा, दुनिया मैं तो जीत गया – ठहर गया था जुबां पे तेरी, गम का वो पल बीत गया

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यादों की इस भट्टी में , सोना यूँ ही तपना था – साथ तेरे जो आज बंध गया, बंधन वो तो सपना था

हाथ थाम कर जो था गाया, गाता मैं वो गीत गया – तूने हंस कर मुझको देखा, दुनिया मैं तो जीत गया

ठहर गया था जुबां पे तेरी, गम का वो पल बीत गया

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दिल पर मेरे आज चढ़ गयी , मेहँदी तेरे हाथों की – देख अचानक ख़तम हुई है, आज जुदाई रातों की

प्रेम नगर की नदिया में, डूब तुम्हारा मीत गया – तूने हंस कर मुझको देखा, दुनिया मैं तो जीत गया

ठहर गया था जुबां पे तेरी, गम का वो पल बीत गया

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