खुद से मोह्हबत करना ,ये मेरी आदत है – मुस्कुराना मेरा दर्द नहीं , ये मेरी इबादत है
क्यों भला रोकते हो, लहराने से, मुस्कुराने से – कुछ फूल बांटने दो , हंसी के खजाने से
दिल खोल के हँसना ,ये खुदा की इजाज़त है – मुस्कुराना मेरा दर्द नहीं , ये मेरी इबादत है
दोस्त अगर ग़मगीन हो, जाम का शौक़ीन हो – उसके दिल को आराम देना ,उसको हसीं का जाम देना –
पिला देना उसको चेहरे से, उसके हाथ को थाम लेना
यह कोई कुर्बानी नहीं, ना ही कोई शहादत है – मुस्कुराना मेरा दर्द नहीं , ये मेरी इबादत है
अनजान बन कर मत डोलना, दोस्ती को मत तोलना – इस जुबान से जहर नहीं, दोस्ती की बात ही बोलना
हंसी कोई बंधन नहीं, यारों की नजाकत है – मुस्कुराना मेरा दर्द नहीं , ये मेरी इबादत है