आप में से शायद बहुत से लोगों ने इस बात पर विचार नहीं किया होगा कि, वृक्षों का हमारे संस्कारों में एक अलग महत्व क्यों है। हमारे व्रत, त्योहारों और कई बार तो ज्योतिषीय कारणों से भी वृक्षों पर जल, तिल, सरसों के तेल चढ़ाने या दीपक जलाने जैसे कार्य किये जाते हैं । यह सब यू ही नहीं है, बल्कि इन सब के पीछे वृक्षों की प्रकृति और गुण धर्म के भी कारण है। गर्मियों मे रात्रि में घर के सामने जिस स्थान पर अक्सर खाट लगाते हैं, वहाँ पर जो पेड़ होता है, उसपर भी अगर ध्यान दें तो मानव जीवन में उपयोग और जरूरत के हिसाब से वृक्षों का भी एक वर्गीकरण है । इमली के पेड के नीचे सोना प्रतिबंधित होता है पर नीम के पेड़ के नीचे नहीं।
ऐसी बहुत सी चीजें हैं, कभी विस्तार से इन्हें भी लिखूंगा पर आज एक जानकारी बांट रहा हूँ जो कि हमारे जीवन में उपयोगी है और वो है कि हमारी राशियों से वृक्षों का संबंध। देखें कि आपकी राशि का वृक्ष कौन सा है और हम उससे कैसे लाभान्वित हो सकते हैं। अभी सिर्फ संक्षेप में राशि और पौधे के बारे में लिख रहा हूँ आगे विस्तार से अलग अलग लिखूंगा।
राशि – पेड़-पौधे
मेष – आंवला
वृष – जामुन,
मिथुन – शीशम,
कर्क – नागकेश्वर,
सिंह – पलास,
कन्या – रिट्ठा,
तुला – अजरुन,
वृश्चिक – भालसरी,
धनु – जलवेतस,
मकर – अकोन,
कुंभ – कदम्ब
मीन – नीम