Learning and Working With Devotion

जब तक बड़ी शक्तिओं को नहीं देखा था तब तक यही सोचता थे की मैं ही मैं हूँ लेकिन जब अपनी समझ को और बढाया तो मैने पाया की जो सच जानते हैं वो गहराई में जा कर हीरे मोती चुन रहे हैं लेकिन में किनारे बैठा कंकर पत्थर चुन रहा हूँ . तो अब अभ्यास करता हूँ सीखने का जब भी राम को अपने पास देखता हूँ . मैं हनुमान की तरह राम की भक्ति करता हूँ और उनके कार्यों को याद करता हूँ . मैं लक्ष्मण की तरह उनसे बहस भी करता हूँ और भारत की तरह उनसे निर्देश लेता रहता हूँ .अपनी कला आर्ट सिस्टम्स और techniques का इस्तेमाल प्रोब्लेम्स को solve करने के लिए और सेवा करने के लिए करता हूँ और उस प्रेमी की तरह बनने का अभ्यास करता रहता हूँ जो अपने हर कार्य को पेर्फेक्ट्ली करता है क्योंकि वो कभी अपनी प्रेमिका को नहीं भूलता. मैं जब Greentechdelhi.com या Mission Green Delhi ब्लॉग पर लिक्था हूँ तो सेवा भाव का अभ्यास करता हूँ और अपने आसपास जो भी महसूस करता हूँ उसको शब्दों से आप तक पहुंचाने का प्रयास करता रहता हूँ. मेरे साथ साथ मेरे कुछ मित्र भी इस ब्लॉग पर लिख रहे हैं और में उनके इस contribution के लिए उनका धन्यवाद करता हूँ . अगर आप का मन भी अपने विचार यहाँ प्रकट करने के लिए आंदोलित होता है तो आप मुघसे पुनीत६५६५@जीमेल.कॉम पे मेल कर सकते हैं या मुघसे कोन्नेक्ट हो सकते हैं.

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