Maiya Meri Jaldi Aana

उन सभी कार्यरत मांओं के लिए जो शिशुगृह में बच्चों को दिन भर छोड़ कर काम पर जाती हैं

आतुर कातर से नयनों से
मूक शब्द बस यही पुकारें
बिल्कुल भी मत देर लगाना
मैय्या मेरी जल्दी आना

चौक चौबारा चौखट लांघें
नयनों को अब कैसे बांधें

सुघड़ सलोने से आंगन में
बहुत ढेर से संगी साथी
दौड़ लगाते रोते गाते
खाना खाते फिर सो जाते

सब सपनों में तूँ ही आना
ज़रा तनिक न देर लगाना
मैय्या मेरी जल्दी आना

तेरी याद बहुत सताती
मखमल की सी गर्माहट को
तरसा करते रोते जाते

चार पहर की कैसी दूरी
कितनी मुश्किल हमीं बिताते

दौड़ी दौड़ी जल्दी आना
इक पल भी मत देर लगाना
मैय्या मेरी जल्दी आना

Dev Ujala Bharte Nabh Mein

देव उजाला भरते नभ में
तारागण की चितवन चकित
पवन सुगंधित सौरभ विस्मित
जल जीवन जलधि हो अमृत
औषध हरित पुलकित सुरभित
खगकुल फैल गगन में उलसित
पुष्पों से हो श्वास परिपूरित
वृक्ष फलों से झूमें हो गर्भित
बाल वृन्द की किलकारी पुलकित
हो नववर्ष की भोर विलसित
आमोद हो प्रमोद हो स्वास्थ्य हो
रहे वसुधा रंग तरंगित परिपूरित

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