ग्रीन टेक कि माला जप लो , हर पल तुम तो ग्रीन विचारो
कम्बल को तुम अभी छोड़ दो, आलस को तुम जड़ से मारो
ग्रीन ड्रीम को पूरा कर लो , सूरज दिन का ढला नही है
क्या तुम पल पल सोच रहे हो , बल्ब माइंड का जला नहीं है
प्रतिफल की हो पल पल करते , दुखियों की तुम चिंता कर लो
बच्चों की मुस्कान देख कर, खुशियों के तुम आंसू भर लो
चिंता ही है पास तुम्हारे , मिशन ग्रीन की कला नहीं है
क्या तुम पल पल सोच रहे हो , बल्ब माइंड का जला नहीं है
शहर को अपने स्वर्ग बनाओ, ग्रीन गिलास में डर को पी लो
क्रोध कि ज्वाला शांत करो अब, अपने आप से लड़ कर जी लो
लाइफ स्टाइल हो ग्रीन तुम्हारा , पास तुम्हारे बला नहीं है
क्या तुम पल पल सोच रहे हो , बल्ब माइंड का जला नहीं है