दिल्ली की सैर

train
दिल्ली में नए नए कदम और सोच रहे हैं की कहाँ घुमने जाएं ? तो आप जल्दी से अपने नजदीकी मेट्रो स्टेशन पर जाएं और एक ट्रेवल स्मार्ट कार्ड बनवा लें. स्मार्ट कार्ड सौ रूपए का बन जाएगा। फिर दिल्ली की शौपिंग मार्किट्स को एक्सप्लोर करने के लिए तैयार हो जाएं। आप नॉएडा सिटी सेण्टर की तरफ जाने वाली मेट्रो रेल पकड़ सकते हैं और वहाँ पर सेक्टर १८ पर उतर सकते हैं, जहां पर आप ग्रेटर इंडिया पैलेस में घूम सकते हैं. या फिर करोल बाग़ चले जाएं जहां आप गफार मार्किट घूम सकते हैं. या फिर आई एन ऐ मार्किट उत्तर कर सरोजिनी नगर मार्किट के लिए ऑटो पकड़ सकते हैं. आप आई एन ऐ के पास दिल्ली हाट में घूम सकते हैं. राजिव चौक उत्तरकर कनाट प्लेस की मार्किट घूम सकते हैं या जनपथ की मार्किट को एक्सप्लोर कर सकते हैं. नेहरु प्लेस की मेट्रो पकड़ कर ग्रेटर कैलाश में एम् ब्लाक मार्किट में घूम सकते हैं. या फिर लक्ष्मी नगर की मेट्रो पकड़ कर लक्ष्मी नगर की मार्किट और वी ३ एस माल घूम सकते हैं. प्रगति मैदान मेट्रो से उत्तरकर चिड़िया घर और इंडिया गेट घूम सकते हैं. या फिर लक्ष्मी नगर से थोडा दूर कृष्णा नगर में, लाल क्वार्टर की मार्किट घूम सकते हैं. या फिर आनंद विहार मेट्रो के पास ई डी एम माल घूम सकते हैं. लाजपत नगर मेट्रो के पास लाजपत नगर मार्किट घूम सकते हैं. या चाव्वारी बाज़ार के पास चांदनी चौक की मार्किट घूम सकते हैं. AIIMS मेट्रो पे उत्तरकर वंसंत विहार के लिए ऑटो पकड़ सकते हैं. या फिर रेड लाइन पर रिठाला जाने वाली मेट्रो पकड़ कर कन्हया नगर उत्तरकर अशोक विहार जा सकते हैं.

अज तान ओदी खेर नहीं – Punjabi Poem

फॉरेन दियां किताबां , पड़ के तू तान सो गयी – मार के ताने मेनू, लड़ के तू तान सो गयी
जा  तू अपने कार नु जा, तेरे नाल कोई मेरा बेर नहीं – बापू अपने डा पता दस दे, अज तान ओदी खेर नहीं

दुनिया दे बाज़ार विच ,प्यार मोह्हबत तू तान पुल गयी – जिवें तेरा दिल है बदला,जान तान साडी आज ही रुल गयी
नेइ जच्या तेनु कार मेरा , जच्या तेनु शहर नहीं – बापू अपने डा पता दस दे, अज तान ओदी खेर नहीं

कान तान मेरे बंद कर दे ,या  मू तू अपना बंद कार ले – जा तू किथे कूम के आ , शट डाउन अपना  द्वन्द कर ले
मोड़  के बुथा कार नु जा , इत्थे तू तान ठेर नेइ – बापू  अपने डा पता दस दे, अज तान ओदी खेर नहीं

इंग्लिश फिल्मान देखदी किवें ,तेनु कोई ना शर्म है औंदी – पिट पराने पल पल पित्दी, चुठो छूठ हमेशा  रौंदी
काल तों मेरे कमरे उत्थे , पायां तू कोई पैर नेइ – बापू  अपने डा पता दस दे, अज तान ओदी खेर नहीं

Punjabi Poem – By Puneet Verma

लौंग या क्लोव की रहस्यमय शक्ति

सचमुच  लौंग बहुत लाभकारी है. मुह की दुर्गन्ध से बचने के लिए मैं एक लौंग अपने मुह में रख लेता हूँ और मेरी साँसे एक दम फ्रेश हो जाती हैं. अगर हार्ट में जलन हो तो दौ से चार लौंग, और मिश्री  ठन्डे पानी में मिला कर पीने से आराम मिलता है. अगर लौंग को भूनकर, पीसकर शहद के साथ चाटा जाए तो खांसी में आराम मिलता है. अगर लौंग के चूर्ण को पानी में मिलकार उबाल दिया जाए और फिर छानकर, थोडा ठंडा कर थोडा थोडा पी लिया जाए तो कफ़ निकल जाता है. लौंग भूख बढाता है और हमारे मन को प्रसंचित रखता है. लौंग चेतना शक्ति को बढाता  है, शरीर की दुर्गन्ध को नष्ट करता है, और शरीर के टॉक्सिक द्रव्यों को यूरिन के जरिये बाहर  निकाल देता है. सचमुच बहुत फायदेमंद है ये लौंग जिसे अंग्रेजी भाषा में क्लोव भी कहते हैं. आयुर्वेद की इस खोज के बारे में पढ के मुझे आज बहुत अच्छा लग रहा है और ख़ुशी हो रही है की मैं इसे मिशन ग्रीन दिल्ली ब्लॉग पे आपसे शेयर कर रहा हूँ. धन्यवाद।

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