आखिर भगवान राम तक गीता का ज्ञान कैसे पहुंचा ? सबसे पहले ये ज्ञान भगवान ने ब्रह्मा के पौत्र के पुत्र सूर्य देवता को दिया। सूर्य देव ने मनु को और मनु ने इश्वाकु को दिया। इस तरह गीता का ज्ञान एक एक करके बतीस महा पुरुषों के द्वारा श्रीराम तक पहुंचा। त्रेता युग के बाद जब द्वापर युग में लोग इस ज्ञान को भूलने लगे, तो महाभारत काल में फिर भगवान द्वारा ये ज्ञान इंद्र और पाण्डु के पुत्र अर्जुन को दिया गया।
महाभारत ग्रन्थ धृतराष्ट्र, पाण्डु और विदुर के पिता और विष्णु के अवतार वेद व्यास द्वारा गाया गया है और गणेश जी द्वारा लिखा गया है। विचित्र वीर्य के देहांत के बाद माता सत्यवती ने वेद व्यास की मदद से अम्बा और अम्बालिका के पुत्रों की उत्पत्ति करवाई। धृतराष्ट्र और पाण्डु वो पुत्र थे और वे ही कौरवों और पांडवों के पिता भी थे।