अमरीकन हैकर भारत में क्यों ?

एन एस ए के इंफो लीक करने के तीन साल पहले  स्नोडेन जापान से दिल्ली आया था और यहाँ पर Koenig Solutions मोती नगर से उसने EC-Council Certified Security Analyst (ECSA) का ४ दिन का और जावा का कोर्स किया।  वो पहले से ही एक certified hacker था। वो कोएनिग में ट्रैनिंग लेने के दौरान ZeuS, Fragus, and SpyEye crimeware किट्स के बारे में भी पूछा  करता था।   जापान में वो dell के लिए काम kar rahaa था।

तीन साल पहले स्नोडेन दिल्ली आया था और यु एस एम्बेसी में टेक्निकल एक्सपर्ट के रोल पे काम भी किया था और फिर अमरीका चला गया था।   आखिर क्या करने आया था स्नोडेन भारत में  ?

Loading

गूगल और याहू एकाउंट्स कि सुरक्षा

आखिर क्या चल रहा है अमरीका में। आखिर कौन है ये स्नोडेन। क्या हमारा गूगल और याहू का डाटा सुरक्षित है ? क्या हमारे बैंक एकाउंट्स कि जानकारी सुरक्षित है ?

स्नोडेन जो कि “सी आई ऐ” और “एन एस ऐ” में काम करता था क्या कह रहा है ? वो किस यन्त्र कि बात कर रहा है जो “एन एस ए” खुफया जासूसी करने के लिए इस्तेमाल कर रहा है।

कहा जा रहा है कि गूगल और याहू के डाटा सेंटर्स की जासूसी कि जा रही है। और ये जासूसी “एन एस ए” के द्वारा की जा रही है। क़ानूनी इंटरनेट निगरानी प्रोग्राम “प्रिज्म” के अंडर ये काम चल रहा है। और मस्कुलर इंटरनेट निगरानी प्रोग्राम के अंडर भी ये काम चल रहा है। और इस काम में “यु के” कि एक टॉप इंटेलिजेंस और सिक्यूरिटी कंपनी “जी सी एच क्यू” कि मदद ली जा रही है।

प्रिज्म और मस्कुलर जैसे और जासूसी प्रोग्राम्स भी 2013 मध्य में सामने आए थे। फॉरेन नेशनल्स के डाटा के रिसर्च के लिए एक कंप्यूटर सिस्टम “एन एस ए” ने बनाया जिसका नाम “की स्कोर” था। फाइबर ऑप्टिक केबल्स जिनसे इंटरनेट का बैकबोन तैयार किया जाता है , उनको लीक करने का सिस्टम “टेम्पोरा” बनाया गया, जिससे इंटरनेट उजेर्स का डेटा लीक किया जा सकता है।

हम उम्मीद करते हैं अमरीकन इंटरनेट कम्पनियां अपने उजेर्स कि प्राइवेसी का ध्यान रखेंगी। धन्यवाद

Loading

अब तक का सफ़र

एन आई आई टेक्नोलॉजीज के साथ काम करते करते दो वर्ष होने वाले हैं और हर पल यहाँ कुछ नया सीख रहा हूँ। इससे पहले का लंबा सफ़र ज़यक्सेल कम्युनिकेशन्स के साथ रहा है जहां पर तीन वर्षों तक लगातार भयंकर टेक्नोलॉजीज पे काम किया। वाई फाई गेटवे , राऊटर , मॉडेम, फ़ायरवॉल, मैनेज्ड और अनमैनेज्ड स्विच, नास और इस तरह कि सोलह ब्रॉडबैंड यंत्रों पे प्रोफेशनल लेवल के सर्टिफिकेशन हासिल किये। इसके साथ साथ सिक्यूरिटी गेटवे पर ट्रेनर लेवल का सर्टिफिकेशन भी हासिल किया। वेब पर मास्टरी करने का ये सफ़र इतना आसान नहीं रहा है। सिक्यूरिटी गेटवे का मेरा पूरा सेशन आपको यहाँ मिल जाएगा।

ज़यक्सेल ज्वाइन करने से पहले लाइव सेल्स मैंन में काम किया जहां पर अलग अलग तरह के सर्वर्स का कॉन्फिग्रेशन किया। उनमे से लिनक्स पर डी एन एस कॉन्फ़िगर करने का विडियो टुटोरिअल यूटुब पे भी डाला। ये विडियो आप यहाँ पर देख सकते हैं।

ज़यक्सेल के बाद पॉवर जगत में आया और यहाँ आईसीआईसीआई बैंक का पेमेंट गेटवे लगाना सीखा। वेबसाइट और सर्वर की थ्री फेज सिक्यूरिटी टेस्टिंग करवाई। और कई तरह के कार्यों को ऑटोमेट किया। यहीं पर अपनी टीम के साथ मिलकर एथिकल मास मेलिंग टूल बनाया। और सीखा कि कैसे राव डाटा को मीनिंगफूल ग्राफ्स में बदलना है।

सफ़र लंबा था लेकिन अभी इतना ही लिखकर ख़तम करता हूँ। धन्यवाद।

Loading

What are you looking for ?

    ×
    Connect with Us

      ×
      Subscribe

        ×