ग्रीन टेक रेस्पॉन्सिव हो गयी

लीडस् नहीं मिलती हैं , जब  उज़र्स एक्सटेंसिव ना हो
बाउंस रेट बढ़  जाता है, जब वेबसाइट रेस्पोंसइव ना हो
इन्फो ग्राफ़िक का जमाना है, स्क्रॉल मोर हो जाता hai
अगर कंटेंट ज्यादा हो तो, यूजर बोर हो जाता है

कंटेंट फ्लो नहीं होता, गर वेबसाइट में फीड ना हो
यूजर फेसबुक पे चला जाता है, गर वेबसाइट में स्पीड ना हो
स्लइडर्स डिसएबल करके,फ्लैट डिज़ाइन मस्त लगता है
नेविगेशन फिक्स्ड ना हो तो, विज़िटर्स को कष्ट लगता है

पैसे देकर वेंडर को, ना तुम इतना क्राई करो अब
मिशन ग्रीन की पोएम पढ़ के , पारालैक्स स्क्रॉलिंग ट्राई करो अब
वही पुरानी साइट देखकर, दुनिआ सारी पेन्सिव हो गयी
जल्दी से अब कर लो ओपन, ग्रीन टेक रेस्पॉन्सिव हो गयी

पुनीत वर्मा की कलम से – मिशन ग्रीन दिल्ली ब्लॉग

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मिशन ग्रीन का मैसेज अाया, सेलफ़ोन वाईब्रेट हुआ है

देखो बादल ग़रज़ रहा है, वर्षा रिम झिम बरस रही है
गर्मी के इस मौसम में,  धरती पल पल तरस रही है
इंटरनेट पर चेक करो तुम, मानसून क्यों लेट हुआ है
मिशन ग्रीन का मैसेज अाया, सेलफ़ोन वाईब्रेट हुआ है

ग्रीन टेक के साथ चलो अब, डांस करो तुम इंडी रैप पर
मिशन ग्रीन की पोएम  को, शेयर करो तुम वटस अप्प पर
जंक फ़ूड के लालच में, इनक्रीस तुम्हारा वेट हुआ है
मिशन ग्रीन का मैसेज अाया, सेलफ़ोन वाईब्रेट हुआ है

दो वर्ड्स में आज कह रहा, यूजर गाथा जीवन की
देखो कविता बन रही है, वेबसाइट के तन मन की
फेस बुक पे पोस्ट डालकर, देखो ग्रीनी ग्रेट हुआ है
मिशन ग्रीन का मैसेज अाया, सेलफ़ोन वाईब्रेट हुआ है

मिशन ग्रीन दिल्ली की और से – पुनीत वर्मा की कलम से

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खतम क्रोध का जाम किया है

ग्रीन ब्लॉग का दिया जलाकर,शहर का अपने नाम किया है
मिशन ग्रीन की कविता गाकर, हमने गजब ये काम किया है
प्यार मोह्हबत घर घर फैला,  साफ़ हुआ अब शहर ये मैला
मन को अपने परम शांत कर,  खतम क्रोध का जाम किया है

कबसे जो आधीन थे अपने, आज उन्हें स्वाधीन कर दिया
सत्य मार्ग पर कदम बढ़ाकर, देखो बढ़िया सीन कर दिया
अहम पे अपने विजय प्राप्त कर, आज  विजय  का जाम पिया है
मन को अपने परम शांत कर,  खतम क्रोध का जाम किया है

रजस हो रहे तन को रोका, तमस हो रहे मन को रोका
पड़कर गीता और कुरान को,  भरष्ट हो रहे जन को रोका
रात्रि की शीतलता लाकर , श्वेत को हमने शाम किया है
मन को अपने परम शांत कर,  खतम क्रोध का जाम किया है

– पुनीत वर्मा की कलम से

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