भारत की आजादी का, मतलब आज समझ में आया

क्रान्ति का वो दौर चला है, भ्रष्ट सोच का महल जला है – पल पल कैसे लालच की, ख़तम हो रही आज बला है
चिंता की जंजीरें टूटी, बदल गयी है अपनी काया – भारत की आजादी का, मतलब आज समझ में आया

इत्तिहास पुराना आज जानकार, देश पे अपने नाज हो गया – सच के आगे सर झुकाकर, क्रांतिवीर मै आज हो गया
माइंड देश का ग्रीन हुआ है, हरियाली का अब मौसम आया – चिंता की जंजीरें टूटी, बदल गयी है अपनी काया
भारत की आजादी का, मतलब आज समझ में आया

राम राज की छवि दिखाए, मिशन ग्रीन का द्वार है ऐसा – दुराचार का नाश दिखाए , क्रान्ति युद्ध का सार है ऐसा
बादल ने यूँ गरज गरज कर , आजादी का वो गीत सुनाया – चिंता की जंजीरें टूटी, बदल गयी है अपनी काया
भारत की आजादी का, मतलब आज समझ में आया

– पुनीत वर्मा की कलम से – मिशन ग्रीन दिल्ली

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