हुक्म-ए-खुदा को मैंने माना, और ये सर झुकने लगा – खुदा ने फिर जब मुझको डांटा, मेरा हर कदम रुकने लगा
ये सीरिआन अभी बनी हैं, पहले तो सब प्लेन था – पर तुने मेरी कदर ना जानी , मैं भी तेरा फेन था
रोशन गलिओं की चाह में, छोड़ा तुने राह में – खो गया था दिल कहीं , बस तेरी ही परवाह में
आंसू भी लिमिटेड थे , हल्का ही वो पेन था – ये सीरिआन अभी बनी हैं, पहले तो सब प्लेन था
पर तुने मेरी कदर ना जानी , मैं भी तेरा फेन था
टूट गया है अब वो सपना, चला हूँ थाम के झोला अपना – दिल पे अपने flute लगा दी, मन कहीं ना डोले अपना
तेरे पीछे भाग रहा था , पागल अपना ब्रेन था – ये सीरिआन अभी बनी हैं, पहले तो सब प्लेन था
पर तुने मेरी कदर ना जानी , मैं भी तेरा फेन था
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