मदिरा के प्यालों से खेलो, खेलो न तुम जीवन से – सर्द सुबह का आलम होगा ,मिलोगे जब तुम मौसम से
ग्रीन टेक की दुनिया में, हर पल तेरे साथ रहूँगा – दिल तक तेरे जो पहुंचेगी, वही रूहानी बात कहूँगा
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अजनबीयों की दुनिया में, हर पल क्यों तुम डरती हो – हार के अपने जीवन से, पल पल आंसू भरती हो
मुख की ज्वाला को अब पहचानो, यही जुबानी बात कहूँगा – ग्रीन टेक की दुनिया में, हर पल तेरे साथ रहूँगा
दिल तक तेरे जो पहुंचेगी, वही रूहानी बात कहूँगा
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धोखा देकर दुनिया को, क्यों तू मन का बोझ बढाए – गलती अपनी मान के अब तो, क्यों ना सच की खोज बढाए
बन के फूल सरोवर का, आज सुहानी रात बहूँगा – ग्रीन टेक की दुनिया में, हर पल तेरे साथ रहूँगा
दिल तक तेरे जो पहुंचेगी, वही रूहानी बात कहूँगा
By Puneet Verma – missiongreendelhi@gmail.com